बागपत। कोरोना वायरस से बचाव को लेकर एक राज्य से दूसरे राज्य में लोगों के आवागमन करने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है। यूपी-हरियाणा बॉर्डर तो सील कर दिया गया है, लेकिन उसके बाद थ्रेसिंग करने वाले 25 से ज्यादा लोग ट्रैक्टर और मशीनों को लेकर बॉर्डर पार कर जनपद में आ गए और थ्रेसिंग का काम शुरू भी कर दिया।
सवाल यह उठता है कि यदि इनमें से कोई कोरोना पॉजिटिव होगा तो यहां यह बीमारी और भी ज्यादा फैल जाएगी। दरअसल, आजकल गेहूं की कटाई और थ्रेसिंग का काम शुरू हो गया है। थ्रेसिंग के लिए हर साल हरियाणा और राजस्थान राज्य से मशीनें आती हैं। इस बार भी राजस्थान और हरियाणा राज्य से थ्रेसिंग करने वाले 25 से ज्यादा लोग अपने ट्रैक्टर और मशीनों के साथ जनपद में आ गए।
खास बात यह है कि इन लोगों को यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर नहीं रोका गया है। उधर, सवाल यह उठता है कि यदि इनमें से कोई कोरोना पॉजिटिव होगा तो वह जहां भी जाएगा वहां ही इस वायरस को फैला देगा। यह एक बड़ी लापरवाही है। बार्डर नहीं हुई चे¨कग -थ्रेसिंग करने आए राजस्थान के अकरम ने बताया कि वह हर साल यूपी में गेहूं काटने आते हैं उन्हें बॉर्डर पर किसी ने नहीं रोका है। वह छपरौली क्षेत्र में गेहूं काटेंगे। फारुख ने बताया कि बॉर्डर पर उनकी न तो चे¨कग हुई और न ही उनका मेडिकल हुआ है।
हालांकि वह पूरी तरह स्वस्थ है। इन लोगों की जांच के बारे में पता कराया जाएगा। एसडीएम दुर्गेश मिश्र ने बताया कि इस मामले की जानकारी नहीं है। क्षेत्र में पता लगाया जाएगा कि थ्रेसिंग करने वाले लोग कहां-कहां पर पहुंचे हैं और इनकी जांच भी हुई या नहीं। इन लोगों की जांच के बारे में पता कराया जाएगा।